जम्मू: जैसा की आप जानते हैं कि अमरनाथ यात्रा के आधार पर शिविर बालटाल में भयानक हिंसा हुई थी। वहां 9 लंगर और 110 टैंट जला दिए गए।



हिंसक भीड़ ने 15 लंगर और दो दर्जन से ज्यादा वाहनों को तोड़ा व काफी लूटपाट भी की और कइयों पर जानलेवा हमला भी किया गया।





 
यह सब कहना है उन लोगों का जिन्होंने अपनी आंखों से वहां ये सब भयंकर नजारा देखा।












वहीं मौजूद एक युवक का कहना है कि वह अपने पिता और मां के साथ बालटाल में सुबह लंगर खा रहा था, तभी उन पर पथराव शुरू हो गया। भगदड़ मच गई।




 प्रवेश द्वार के पास बैठे उनके पिता ने सिलेंडरों के साथ छिपकर जान बचाई, जबकि उनकी मां आगे महिलाओं के साथ लंगर कर रही थीं। वह एक मेज के पीछे छुप गई थीं।




युवक ने अपनी मां को बचाने के लिए उनके सिर पर एक टोकरी रख दी, ताकि सिर पर पत्थर न लगे। इस युवक का नाम अनमोल बताया जा रहा है।




 
अनमोल ने बताया कश्मीरियों ने जहां भक्तों के साथ लूट की। वहीं, भंडारे की दान-पेटियों के ताले तोडऩे का प्रयास किया। जब दानपेटी नहीं टूटी तो उन्हें जला दिया गया।



 साथ ही गैस सिलेंडर और जनरेटरों को आग लगा दी गई।
वहीं एक अन्य युवक नीतिन दिनेश बस्सी ने भी वहां के मंदर के बारे में बताया कि लोगों अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे और







कश्मीरियों ने कुछ ही घंटों में वहां सब कुछ तहस-नहस कर दिया। उनकी आंखों के सामने ही लंगर हाल को तोड़-फोड़ दिया गया।


उन्होंने बताया कि कई लोग घायल भी हुए।