देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून जिले में कांग्रेस को 5-0 से क्लीन स्वीप कर केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद माना जा रहा था कि तीन सीटों के उपचुनाव में कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिलेगी। लेकिन कांग्रेस ने तीनों सीट पर भारी अंतर से जीत दर्ज कर मोदी लहर की हवा निकाल दी है।
उत्तराखंड के मुख्‍यमंत्री हरीश रावत उपचुनाव जीत गए हैं। उन्‍होंने धारचुला सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के बीडी जोशी को बड़े अंतर से हरा दिया। धारचुला विधानसभा सीट पर उन्‍होंने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। सीएम हरीश रावत को कुल 30 हजार वोट मिले।
राज्य में उपचुनाव के लिए धारचुला, सोमेश्वर और डोइवाला सीटों पर 21 जुलाई को उपचुनाव हुआ था। वोटों की गिनती शुक्रवार को हुई। कांग्रेस या भाजपा के लिए भले इस चुनाव की बहुत अधिक अहमियत न हो लेकिन हरीश रावत को इस जीत की बेहद जरूरत थी।
धारचूला से सीएम हरीश रावत करीब 20 हजार वोटों से जीते जबकि डोईवाला से हीरा सिंह बिष्ट और सोमश्वर से रेखा आर्या ने जीत दर्ज कर कांग्रेस को 3-0 से जीत दिलाई है। कांग्रेस ने जोरदार वापसी करते हुए विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को 3-0 से हराकर उत्तराखंड में अपनी सरकार को और मजबूत कर लिया है।


हरीश रावत धारचूला उपचुनाव जीते, कहा- इस बार नहीं चला मोदी का जादू


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत करीब 19,000 मतों से धारचूला विधानसभा उपचुनाव जीत गये हैं. जीतने के बाद उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मोदी का जादू नहीं चला. उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि रावत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के बीडी जोशी को पराजित किया. उपचुनाव गत 21 जुलाई को हुआ था.
जीतने के बाद रावत ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी फैक्टर ने इस बार काम नहीं किया. यहां के लोग राज्य में स्थिरता लाने के लिए मेरी सरकार को ही वोट देंगे.’
गौरतलब है कि हरीश रावत ने इसी साल फरवरी में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और उनके कार्यकाल के दौरान ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उत्तराखंड की पांचों सीट बीजेपी से हार गई थी.
1 फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले रावत को छह माह के भीतर यानी आगामी 31 जुलाई तक राज्य विधानसभा का निर्वाचित सदस्य बनना एक संवैधानिक बाध्यता थी.