Friday 27 September 2013

NTSE (National Talent Search Exam):Scholarship

NTSE (National Talent Search Exam):Scholarship

GOOD NEWS: अपने बच्चे को दिलाएं यह EXAM, संवर जाएगा जीवन!








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वाराणसी. भारत सरकार की ओर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय बाल्यावस्था में टैलेंटेड बच्चों की पहचान और उसके रुची के विषयों में जिज्ञासा को प्रोत्साहित करने के लिए NTSE (National Talent Search Exam) करवाता है। यदि कोई छात्र NTSE की परीक्षा पास कर लेता है तो 11वीं से पीएचडी तक उसकों स्कॉलरशिप मिलता है। इस परीक्षा की जागरूकता को लेकर बीएचयू आयुर्वेद रस शास्त्र विभाग के प्रो. आनंद चौधरी सोशल नेटवर्किंग साइट और फोन के माध्यम से मुहीम चला रहे हैं। 
 
इस परीक्षा को NCRT पहले प्रदेश स्तर पर करवाता है। सेकेंड स्टेप में नेशनल लेबल परीक्षा होता है। पूरे देश में इस बार डेढ़ लाख के ऊपर बच्चों ने इसकी परीक्षा दी थी। इसमें काशी के पांच होनहार बच्चे चयनित हुए हैं। डॉ. चौधरी का मानना है कि कम अवेयरनेस के कारण बच्चे कम बैठते हैं। गार्जियन को चाहिये हाई स्कूल में NTSE की परीक्षा में बच्चे को जरुर बैठाए। 

GOOD NEWS: अपने बच्चे को दिलाएं यह EXAM, संवर जाएगा जीवन!
डॉ. चौधरी बताते हैं कि देश में लाखों बच्चे और उनके गार्जियन इस परीक्षा से अनभिज्ञ हैं। बच्चा अगर NTSE की परीक्षा पास कर लेता है तो 11वीं से पीएचडी तक उसकों स्कालरशिप मिलता है। क्लास 10 की परीक्षा देने वाला छात्र ही NTSE परीक्षा में बैठ सकता है। अच्छी बात ये है कि बच्चा किसी भी बोर्ड से पढ़ रहा हो वो परीक्षा में बैठ सकता है। 
 
परीक्षा फार्म आसानी से NCRT कार्यालय या जिले के राजकीय कालेजों में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। इसका शुल्क बहुत सामान्य होता है। सितंबर माह में इसका फार्म मिलता है। नवंबर के तीसरे सप्ताह में इसके पहले चरण की परीक्षा जिले स्तर पर होती है। इसका रिजल्ट फरवरी मार्च में आ जाता है। पहले चरण में विज्ञान, गणित, सामान्य ज्ञान, सामाजिक विज्ञान से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। 

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डॉ. चौधरी बताते हैं कि ये परीक्षा है जो रुची के अनुसार छात्र का जीवन बदल सकता है। दूसरे स्टेप में NCRT राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा कराता है। पहले स्टेप में चयनीत चुनिंदा छात्र राज्य के एक सेंटर पर इसकी परीक्षा देते है। इसमें बौधिक योग्यता, शैक्षणिक योग्यता और भाषा से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। 2012-13 की परीक्षा में 1035 छात्र पूरे देश से चुने गये। इसमे बनारस के पांच बच्चे भी शामिल हैं। 
 
डॉ. चौधरी बताते हैं कि 1961 में भारत सरकार ने होनहार बच्चों के भविष्य को देखते हुए इसकी शुरुआत की। NTSE की परीक्षा पास किये छात्र को देश के शीर्ष के संस्थाओं के साथ कार्यशाला का मौका प्राप्त होता हैं। सरकार द्वारा शिक्षा के लिए छात्र वृत्ति दी जाती हैं। विषयगत रुची के अनुसार छात्र को एक्सपर्ट के जरिये प्रमोट किया जाता हैं। 
 
 
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छात्र वृत्ति कक्षा एक से पीएचडी तक दी जाती है। छात्र द्वारा किये गये शोधों का प्रेजेंटेशन यूनिवर्सिटी लेबल पर भी किया जाता हैं। गरीब छात्र इस परीक्षा का लाभ ले सकता हैं। 500 रूपये से शुरू हुआ स्कालरशिप छः हजार से ऊपर तक पहुंच जाता है। लोगों के जागरूक करने के बाद दर्जनों लोग अपने बच्चों को exam का फार्म भरवा रहे हैं। 
 
 
 
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क्या कहते है परीक्षा में पास बच्चे
 
परीक्षा में पास किये अनुसत्य ने बताया कि बहुत ही इंट्रेस्टिंग परीक्षा होता है। हाई स्कूल में अच्छी तैयारी के साथ इस परीक्षा को आसानी से दिया जा सकता है। बहुत से बच्चों को परीक्षा के बारे में मालूम ही नहीं रहता है। देश में नेशनल लेबल पर परीक्षा पास करने के बाद आईआईटी, मेडिकल कालेजों अग्रणी संस्थाओं में विद्वानों से मिलने का मौका मिलता है। 
 
 

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