Tuesday 24 September 2013

'मुझसे वीके सिंह ने क्या कहा था अगर बता दूं तो...'

'मुझसे वीके सिंह ने क्या कहा था अगर बता दूं तो...'

Sep 24, 2013 at 01:32pm

नई दिल्ली। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के खुलासे पर सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। सिंह के मुताबिक जम्मू कश्मीर में स्थिरता के लिए कई मंत्रियों को सेना ने पैसे दिए हैं और इस तरह की चीजें आजादी के बाद से होती रही हैं। इस खुलासे पर तमाम दलों के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसमें सबसे दिलचस्प है असम के सीएम तरुण गोगोई का बयान। पढ़ें इस खुलासे पर तमाम नेताओं ने क्या कहा-
तरुण गोगोई, सीएम, असम
जनरल वीके सिंह को चुप रहना चाहिए। सीक्रेट, सीक्रेट होता है। रिटायर होने के बाद बातें गुप्त रखनी चाहिए। मुझसे वीके सिंह ने क्या कहा था अगर मैं बता दूं तो वो लज्जित हो जाएंगे। आर्मी चीफ बनने से पहले वो इस्टर्न कमांड में थे। उन्होंने मुझे जो सलाह दी वो भले ही उन्हें देशहित में लगी हो, लेकिन मेरे लिए देशहित में नहीं थी।
गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मंत्री
मैं ये जानने को उत्सुक हूं कि किसने पैसे लिए और किसने दिए। मैं भी जम्मू-कश्मीर का सीएम रह चुका हूं और ये सुनकर हैरत में हूं।
महबूब बेग, नेता, नेशनल कांफ्रेंस
ऐसे आरोप तमाम मंत्रियों पर लगाने से बेहतर है हम गुजारिश करेंगे के उन मंत्रियों के नाम ले लीजिए और जांच कराइए।
नासिर वानी, प्रोविंशियल हेड ऑफ़ जम्मू कश्मीर
भारत सरकार से सुप्रीम कोर्ट ने नेतृत्व में जांच की मांग करते हैं। वीके सिंह सियासी मकसद को पूरा करने के लिए ऐसे पैंतरे अपना रहे हैं।
दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता
ये सारी बातें उन्हें तब कहनी चाहिए थी जब वो सर्विस में थे।
बलबीर पुंज, बीजेपी सांसद
राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ये सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए समझौता कर रही है। इस मुद्दे को सार्वजनिक करना ठीक नहीं। वीके सिंह ने मोदी के साथ मंच शेयर किया इसलिए सरकार ने उन्हें टारगेट किया। सरकार और जनरल सिंह को अब इस मुद्दे में एक भी शब्द और नहीं बोलना चाहिए।
अतुल अंजान, सीपीआई सांसद
ये एक गंभीर बयान है। क्या सच है क्या नहीं, उनकी भी बात पूरी तरह नहीं मानी जा सकती। सीबीआई की जांच होनी चाहिए। देश के सामने सच आना चाहिए। सेनाध्यक्ष की गरिमा को बनाए रखने की ज़िम्मेदारी उनकी है।
चमन लाल, पूर्व रक्षा राज्यमंत्री
मैं नहीं समझता इनमें कोई सच्चाई है। हमारी आर्मी कभी इस चीज के लिए नहीं आई कि स्टेबलाइज करना है या सब हिंदुस्तान में मिलाना है। वो तो सिर्फ बॉर्डर की रक्षा के लिए आए हैं। उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए था। अगर किसी ने पैसा लिया है तो वो नाम बताएं। हमारे वक्त में तो किसी को पैसा नहीं दिया गया।
मीम अफजल, कांग्रेस प्रवक्ता
ये एक शॉकिंग स्टेटमेंट है। नेशनल सिक्यूरिटी को लेकर अगर वीके सिंह जैसे आदमी सतर्क नहीं हैं तो ये अफ़सोस की बात है। सरकार ने खबर लीक नहीं की। मुख्यमंत्री खुद बताएंगे इस बारे में।

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